वन्‍दे मातरम् !!!!






Tuesday, October 13, 2009

विदेशी लोकतंत्र

चल रही है नोटंकी गरीबों की झोपड़ी में, रोज ब रोज ।
गरीबों के हालात अपनी जगह, राजनीति अपनी जगह ।।

निवाला तक खा जाते हैं, गरीबों का झोंपड़े मे जाकर ।।
जनपथ में करोंड़ों को इफ्‍तार अपनी जगह, राजनीति का साम्‍प्रदायीकरण अपनी जगह।।

खरीदा कलावती को, चुनाव लड़ने से रोका ।
नोटों का खेल जारी है अपनी जगह, दादागिरी भी अपनी जगह ।।

सबूत मिटा दिए सारे, नोट भी ले जाने दिए क्‍वात्रोची को।
अहसानदारी देश पर अपनी जगह, व्‍यापार दलाली का अपनी जगह ।।

शताब्‍दी में बैठकर होता है, आम आदमी सा सफर ।
पत्‍थरों का खौफ अपनी जगह, सादगी का ढ़ोंग भी अपनी जगह ।।

वंशवाद फलफूल रहा, युवाओं के नाम, कभी महिलाओं के नाम पर ।
चालान काटने में व्‍यस्‍त है हवलदार अपनी जगह, ट्राफिक जाम इस देश का अपनी जगह ।।

नोटों से खरीदकर, बचायी थी सरकार जिस लिए ।
123 समझोता कर मूर्ख बने अपनी जगह, परमाणु धार कुंद हुई अपनी जगह ।।

अपराधियों का ज्‍वांइट वेंचर, लुटेरों का प्रायवेट लिमिटेड है ।
टेक्‍स भरने को लंगोटी गिरबी गरीब की अपनी जगह, स्विस बेंक में नेताओं के खाते अपनी जगह ।।

अर्थशास्‍त्री तो हैं ही, उच्‍च शिक्षित मंत्रियों की फौज भी सरकार में ।
गरीबों पर मंहगाई का दंश अपनी जगह, कठपुतिलियों की डोर भी अपनी जगह ।।

क्‍या बेबसी इस देश की, तुष्‍टीकरण से हो गई ।
जवानों का खून बहे अपनी जगह, आतंकियों को सरकारी शह अपनी जगह ।।

राम सेतु पर प्रहार, व्‍यापार के नाम पर ये शगल पुराना है ।
विज्ञान, आधुनिकता, धर्मनिरनेक्षता ये बहाने अपनी जगह, हिन्‍दु समाज के खिलाफ षडयंत्र अपनी जगह ।।

विश्‍व गुरू थे कभी, फिर शिक्षक बने, अब वो भी नहीं ।
सांस्‍कृतिक लुप्‍त हुईं अपनी जगह, पाठशालाऍं हो चलीं विदेशी शापिंगमॉल अपनी जगह ।।

अमेरिकी आदेश पर नीतियॉं बन रहीं इस देश में ।
भारतीय छात्रों से डरे बुश ओबामा अपनी जगह, शिक्षा की सिब्‍बल नीति अपनी जगह ।।

विश्‍वकर्मा केद हुए, शिल्‍पी भी मजबूर हुए मजदूरी को ।
रेशम सुख भोगती मल्‍टीनेशनल अपनी जगह, हम आम जन रेशम के कीड़े अपनी जगह।।

भूखा, नंगा, बेसहारा घूम रहा अन्‍नदाता देश का ।
भूपति श्रीहीन हो दास बनेअपनी जगह, अन्‍नपूर्णा सुफला धरा का अधिग्रहण अपनी जगह।।

बनाया था ताजमहल गरीबों के खून से, मुहोब्‍बत की याद में ।
व़ो विदेशी शहंशाह थे अपनी जगह, ये विदेशी लोकतंत्र भी अपनी जगह ।।



अमित प्रजापति
Mo. +919981538208
190, चित्रांश भवन, राजीव नगर, विदिशा (म प्र) पिन- 464001
Email- amitpraj@in.com
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