वन्‍दे मातरम् !!!!






Friday, December 3, 2010

हमारी उड़ान


जीवन अनंत संभावनाओं का आकाश है ,
जीवन बहुरंगी रंगों का केन वास है ,
जीवन बहुआयामी विस्‍तार सा फैला है
हमारी कल्‍पनाओं के पंख हमें फड़फड़ाना है
हमें नित नये द्वार खट खटाने हैं
हमें जीना है जीवन उत्‍साह में उमंग में
हमें गिरना है, संभलना है, फिर आगे बढ़ना है
हम सभी रंगों के रंग में रंग जायेंगे
हम सभी संभावनाओं की अनंतता को पार कर जायेंगे
हम खंगाल डालेंगे विस्‍तृत आयामों को
और ये सब हम करेंगे खेल खेल में, हंस कर मुस्‍कुरा कर
तुतलाकर , छेड़ते हुए इक दूसरे को
और ये सब पलक झपकते हुए हो जायेगा , तुम देखना ......:))

1 comment:

  1. Thanks Vinay ...same to you too.....sorry for late relply.....don't mind please....:)

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